टॉरेंट ग्रुप ने गुजरात टाइटंस की फ्रेंचाइजी टीम में 67 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा किया है
हाल ही में, अहमदाबाद स्थित कारोबारी समूह टॉरेंट ग्रुप ने घोषणा की है कि उसने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के नए सत्र की शुरुआत से पहले गुजरात टाइटंस की फ्रेंचाइजी टीम में 67 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है। यह घोषणा उनकी इस टीम में हिस्सेदारी को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
बयान में, टॉरेंट ग्रुप ने बताया कि इस अधिग्रहण को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सहित सभी आवश्यक मंजूरी मिल गई है। इससे पहले, इरेलिया कंपनी पीटीई लिमिटेड के पास गुजरात टाइटंस की नियंत्रक हिस्सेदारी थी।
टॉरेंट ग्रुप ने स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े समूह में इस अधिग्रहण को सफलतापूर्वक पूरा करने की खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘‘जरूरी शर्तों को पूरा करने के साथ ही अब अधिग्रहण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है।’’
इस अधिग्रहण के साथ, इरेलिया कंपनी के पास 33 प्रतिशत की अल्पांश हिस्सेदारी बनी रहेगी। इससे इस फ्रेंचाइजी के साथ उसका जुड़ाव बरकरार रहेगा। हालांकि, वित्तीय विवरण का खुलासा तक नहीं किया गया है।
टॉरेंट ग्रुप की ओर से इस सौदे के लिए पक्के समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा 12 फरवरी को की गई थी। यह अधिग्रहण भारतीय क्रिकेट क्षेत्र में टॉरेंट समूह के प्रवेश को और भी मजबूती देगा।
टॉरेंट ग्रुप की इस अधिग्रहण से दिखता है कि वे दिन-ब-दिन बढ़ते खेल क्षेत्र में भाग लेने के लिए तैयार हैं। यह कदम उनके उत्कृष्ट कार्यक्रमों की दिशा में एक नया मोड़ है।
इस अधिग्रहण की बात करें तो, आईपीएल में अब तक दस टीमें हैं और इसमें अधिकांश टीमों का स्वामित्व बड़ी कंपनियों के पास है। ये टीमें देश के प्रमुख शहरों और राज्यों के नाम पर गठित हैं और इनकी मालिकी बड़े भारतीय समूहों, बहुराष्ट्रीय कंपनियों, और अतिसमृद्ध भारतीयों के पास है।
इसी बीच, फिल्म अभिनेता शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी खान के गौरी खान फैमिली ट्रस्ट के पास कोलकाता नाइट राइडर्स की मालिकी है। यह एक और रोचक तथ्य है जो इस खेल क्षेत्र में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
समाप्ति के रूप में, टॉरेंट ग्रुप की इस अधिग्रहण की सफलता से प्रेरित होकर आगे बढ़ने की उम्मीद है। यह कदम उनके विशाल रूप से विस्तार कर रहे व्यापार के लिए एक महत्वपूर्ण मानचित्र तैयार करेगा।
अब देखना होगा कि इस नये अधिग्रहण से टॉरेंट ग्रुप कैसे इस खेल क्षेत्र में अपनी दायरा बढ़ाता है और कैसे यह नया दृष्टिकोण लेकर आगे बढ़ता है।
टॉरेंट ग्रुप का खेल क्षेत्र में प्रवेश
टॉरेंट ग्रुप द्वारा गुजरात टाइटंस की फ्रेंचाइजी टीम में 67 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण करने के साथ, क्रिकेट क्षेत्र में उनका प्रवेश एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अधिग्रहण उनकी व्यापारिक विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
क्रिकेट क्षेत्र में निवेश की भविष्यवाणी
क्रिकेट क्षेत्र में निवेश करने के बारे में भविष्यवाणा करते हुए, टॉरेंट ग्रुप का यह कदम दिखाता है कि उनका इस क्षेत्र में उचित रूप से रुचि और विश्वास है। इससे यह स्पष्ट होता है कि क्रिकेट इंडियन स्पोर्ट्स के भावी विकास के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय है।
गुजरात टाइटंस की नई दिशा
टॉरेंट ग्रुप के द्वारा किए गए इस अधिग्रहण से गुजरात टाइटंस की फ्रेंचाइजी टीम की नई दिशा और मुख्य उद्देश्य का समर्थन मिलेगा। इससे टीम को एक नया दिशा और नया ऊर्जा मिलेगा जो उन्हें आगे बढ़ने में मदद करेगा।
भारतीय प्रीमियर लीग और उसके महत्व
भारतीय प्रीमियर लीग दुनिया भर में क्रिकेट प्रेमियों के बीच एक बड़ी महत्वपूर्णता रखती है। इस लीग में टीमों की टक्कर और उनके मुकाबले में टक्कर हर साल दर्शकों को आकर्षित करती है। टॉरेंट ग्रुप का इस खेल में शामिल होना इस लीग को और भी रोचक बनाएगा।
क्रिकेट क्षेत्र में व्यापारिक निवेश का महत्व
क्रिकेट क्षेत्र में व्यापारिक निवेश का महत्व बढ़ चुका है और विभिन्न कंपनियों के द्वारा किए गए इस निवेश से खेल क्षेत्र में नयी ऊर्जा और उत्कृष्टता आई है। टॉरेंट ग्रुप की इस अधिग्रहण से उम्मीद है कि वे भी इस क्षेत्र में अपनी भूमिका मजबूती से खेलेंगे।
इस तरह, टॉरेंट ग्रुप के क्रिकेट क्षेत्र में प्रवेश से खेल क्षेत्र में नए और भविष्यवाणी के रूप में रोचक परिवर्तन की उम्मीद है। यह कदम विभिन्न उद्यमों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत और विकास का साधन बन सकता है।