IPL में लौट सकता है गेंदबाजों का वो हथियार, जिसके लिए वे 5 साल से थे व्याकुल

आईपीएल 2022: गेंदबाजों की अनुमति से गेंद पर लार लगाने का प्रतिबंध हट सकता है

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने घोषणा की है कि आईपीएल 2022 में गेंद पर लार लगाने पर से प्रतिबंध हट सकता है। इस मुद्दे पर चर्चा विस्तार से की जा रही है और इसके लिए आज मुंबई में सभी टीमों के कप्तानों का फोटोशूट होने वाला है। अगर कप्तान इस प्रस्ताव को स्वीकार करते हैं, तो गेंदबाज इस सीजन में लार का यूज कर सकेंगे।

आईसीसी के प्रतिबंध पर किया गया प्रतिक्रिया

आईसीसी ने COVID-19 महामारी के दौरान गेंद पर लार लगाने के प्रतिबंध को लागू किया था, जो 2022 में स्थायी हो गया था। यह प्रतिबंध आईपीएल की प्लेइंग कंडीशन्स में शामिल किया गया था, लेकिन बीसीसीआई का कहना है कि इसे हटा देने में कोई बुराई नहीं है।

बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, “हम समझते हैं कि इस नियम को फिर से लागू करने से गेंदबाजों को मदद मिलेगी और क्रिकेट पर इसका व्यापक प्रभाव होगा।”

गेंद पर लार लगाने की जरूरत

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने इस मुद्दे पर कहा है कि गेंद पर लार लगाने की आवश्यकता है ताकि खेल बल्लेबाजों के पक्ष में पूरी तरह से न टिल्ट हो। दक्षिण अफ्रीका के वेर्नोन फिलैंडर और न्यूजीलैंड के टिम साउदी ने भी इसका समर्थन किया है।

कैसे होगा निर्णय?

अब देखना यह है कि आईपीएल की टीमों के कप्तान क्या इस प्रस्ताव का समर्थन करते हैं। अगर वे इसे स्वीकार करते हैं, तो इस सीजन में गेंदबाजों की गेंद पर लार लगाने की अनुमति हो सकती है, जिससे उनका गेंदबाजी परिपक्वता में सुधार हो सकता ह।

गेंदबाजों की भविष्यवाणी और गेंदबाजी के अहम तत्व

गेंदबाजों की भविष्यवाणी खेल के एक महत्वपूर्ण हिस्से की तरह है। गेंदबाज नहीं सिर्फ बल्लेबाजों के खिलाफ स्ट्रेटेजी बनाते हैं, बल्कि वे भविष्यवाणी करके भी गेंद की गति और तेजी को समझने में मदद करते हैं। गेंदबाजी के अहम तत्व में से एक है गेंद पर लार लगाने की कौशलता। गेंद पर लार लगाने से गेंद की गति और पारी की दौड़ में महत्वपूर्ण फर्क पड़ता है।

कप्तानों की भूमिका

आईपीएल के कप्तानों की भूमिका इस मामले में क्रिटिकल है। उनका समर्थन आईपीएल में गेंद पर लार लगाने के नियम को बदलने में महत्वपूर्ण रोल निभा सकता है। कप्तानों को इस मुद्दे पर सकारात्मक एवं समझदारी दृष्टिकोण रखकर निर्णय लेना होगा।

गेंदबाजों की प्रदर्शन को सुधारने के लिए आवश्यकता

गेंदबाजों की गेंदबाजी की परिपक्वता और प्रदर्शन को सुधारने के लिए इस नियम को हटाना एक अच्छा कदम हो सकता है। यह नियम गेंदबाजों को उनकी दक्षिणा क्षमता का पूरा फायदा उठाने में मदद कर सकता है और उन्हें अपनी स्किल्स को सख्त की गेंद को अच्छे से शामिल करने में मदद मिल सकती है।

नए युवा गेंदबाजों के लिए मौका

इस नियम के हटाने से नए युवा गेंदबाजों को भी एक बड़ा मौका मिल सकता है। उन्हें अपनी गेंदबाजी को आगे बढ़ाने के लिए नए तरीकों का परिचय करने का मौका मिल सकता है। यह नियम गेंदबाजी का स्तर और उनकी प्रदर्शन की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है।

अब देखना है कि आईपीएल के कप्तान कैसे इस मुद्दे पर निर्णय लेते हैं और क्या इस नियम को बदलने में सहमति जुटाते हैं। यह निर्णय भविष्य में भारतीय क्रिकेट के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।