श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) के नए अध्यक्ष का चुनाव
शम्मी सिल्वा को सोमवार को कोलंबो में 64वीं वार्षिक आम सभा में श्रीलंका क्रिकेट (एसएलसी) का फिर से अध्यक्ष चुना गया। एसएलसी ने कहा कि उन्हें 2025-27 के कार्यकाल के लिए निर्विरोध चुना गया। यह अध्यक्ष के रूप में उनका लगातार चौथा कार्यकाल है और तीसरी बार उन्हें निर्विरोध चुना गया है।
शम्मी सिल्वा की भविष्यवाणी
सिल्वा को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के वर्तमान प्रमुख भारत के जय शाह के सहयोगी के रूप में देखा जाता है। उन्होंने पिछले साल दिसंबर में एशियाई क्रिकेट परिषद के अध्यक्ष के रूप में शाह की जगह ली थी। सिल्वा का कार्यकाल 2023 में तत्कालीन खेल मंत्री रोशन राणासिंघे के साथ उनके टकराव से प्रभावित रहा था।
विश्व कप 2023 में भारत के खिलाफ श्रीलंका की बड़ी हार के बाद मंत्री ने एक अंतरिम समिति की नियुक्ति की थी जिसके कारण श्रीलंका को आईसीसी से निलंबित कर दिया गया था। आईसीसी के निलंबन के बाद पिछले साल जनवरी में श्रीलंका में होने वाला अंडर-19 पुरुष विश्व कप दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया गया।
श्रीलंका क्रिकेट के भविष्य की चुनौती
बाद में खेल मंत्री को बर्खास्त कर दिया गया और अदालत ने सिल्वा की अगुआई में एसएलसी प्रशासन को बहाल कर दिया। श्रीलंका द्वारा 1996 का विश्व कप जीतने के बाद से स्थानीय व्यापार जगत के शीर्ष लोगों के बीच एसएलसी में पद पाना प्रतिष्ठा का विषय बन गया है। प्रतिद्वंदी खेमों के बीच वार्षिक चुनावों में बहुत कटुता रही है। वर्ष 1998 में देश की तत्कालीन राष्ट्रपति चंद्रिका कुमारतुंगा का सुरक्षा विभाग एजीएम में शामिल हो गया जिसके परिणामस्वरूप प्रतिद्वंद्वी गुटों के बीच हाथापाई हुई।
शम्मी सिल्वा की चुनौतियों के बावजूद, उन्हें एसएलसी के अध्यक्ष के रूप में फिर से चुना गया है, जिससे वे मुख्य क्रिकेट निकाय में मजबूती से काम कर सकें।
शम्मी सिल्वा के नेतृत्व में श्रीलंका क्रिकेट का भविष्य
श्रीलंका क्रिकेट के नए अध्यक्ष शम्मी सिल्वा की चुनौतियों के बावजूद, उन्हें एक और कार्यकाल के लिए निर्विरोध चुना गया है। इससे साफ है कि उन्हें संगठन की मान्यता और भरोसा है।
शम्मी सिल्वा ने अपने पिछले कार्यकाल में उन्हें दिए गए कठिनाईयों और चुनौतियों का सामना किया है। उन्होंने एसएलसी के प्रबंधन को स्थापित किया है और उसे उच्चतम स्तर पर ले जाने के लिए कई प्रोग्राम और मार्गदर्शन कार्यक्रम शुरू किए हैं।
उनकी नेतृत्व में एसएलसी ने खिलाड़ियों के लिए नए अवसर पेश किए हैं और युवा प्रतिभाओं को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
श्रीलंका क्रिकेट का विकास
शम्मी सिल्वा के नेतृत्व में एसएलसी ने श्रीलंका क्रिकेट के विकास के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उन्होंने टीम की ताकत और क्षमता को बढ़ावा दिया है और उन्होंने श्रीलंका क्रिकेट को एक ग्लोबल मंच पर उच्च स्तर पर पहुंचाने के लिए प्रयास किए हैं।
उनका उद्देश्य है कि श्रीलंका क्रिकेट टीम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उच्च स्थान पर रहे और विभिन्न प्रतियोगिताओं में अच्छा प्रदर्शन करें। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को मंच पर लाने के लिए नए प्रोग्राम और प्लान्स शुरू किए हैं जिससे उनका विकास सुनिश्चित हो सके।
सारांश
शम्मी सिल्वा को फिर से एसएलसी के अध्यक्ष चुना जाना एक महत्वपूर्ण और उत्तम निर्णय है। उनकी नेतृत्व क्षमता और दृढ़ता श्रीलंका क्रिकेट को आगे बढ़ने में मदद करेगी। उनके नेतृत्व में एसएलसी ने नए दिशानिर्देश स्थापित किए हैं और उन्होंने विश्व स्तर पर श्रीलंका क्रिकेट को एक मजबूत और प्रभावी भूमिका दी है।
भविष्यवाणी के मुताबिक, शम्मी सिल्वा के नेतृत्व में श्रीलंका क्रिकेट एक नया युग देखने को मिलेगा जहां टीम न केवल खुद के लिए बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी एक मान्यता और प्रतिष्ठा का स्रोत बनेगी।