कोहली के नाखुश होने पर BCCI हुआ नरम , फैमिली वाले नियम में दे सकता है ढील

विराट कोहली बीसीसीआई के नियमों पर अपना पक्ष रखते हैं

भारतीय क्रिकेट के कप्तान विराट कोहली ने हाल ही में बीसीसीआई द्वारा जारी नियमों पर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने इस नियम को दावा किया है कि खिलाड़ियों को परिवार के साथ समय बिताने की समयसीमा को कम करने की जरूरत है।

नियमों में बदलाव की संभावना

भारतीय क्रिकेट बोर्ड द्वारा जारी निर्देश में 45 दिन से अधिक के दौरे पर खिलाड़ियों के परिवार के साथ समय बिताने की सीमा 14 दिन तक सीमित की गई थी। हालांकि, अब बीसीसीआई परिवार के साथ रहने की नीति में बदलाव करने पर विचार कर सकता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर भारतीय खिलाड़ी अपने परिवार और करीबी लोगों को लंबे समय तक अपने साथ रखना चाहते हैं, तो बीसीसीआई इस नियम में संशोधन कर सकता है।

कोहली का विचार

विराट कोहली ने अपने विचार में बताया कि परिवार के साथ होने से खिलाड़ी को मैदान पर मिली निराशा से जल्दी उबरने में मदद मिलती है। उन्होंने यह भी कहा कि परिवार के साथ होते हुए ही खिलाड़ी अपने खेल को जिम्मेदारी के रूप में ले सकते हैं।

कोहली ने कहा, ‘‘मैं अपने कमरे में जाकर अकेले बैठकर उदास नहीं रहना चाहता। मैं सामान्य होना चाहता हूं। तभी आप अपने खेल को एक जिम्मेदारी के रूप में ले सकते हैं।’’

उन्होंने इसके साथ ही बताया कि परिवार के साथ समय बिताने से खिलाड़ी का मानसिक स्थिति भी बेहतर होता है और वह अपने खेल में नई ऊर्जा ला सकता है।

नई दिशा में बीसीसीआई

इस नए नियम के बारे में बीसीसीआई के एक शीर्ष सूत्र ने बताया कि अगर खिलाड़ी चाहते हैं कि उनके परिवार दौरे के दौरान उनके साथ रहें, तो उन्हें इसके लिए आवेदन करना होगा। बीसीसीआई अपने हिसाब से निर्णय लेगा कि क्या खिलाड़ी को इस विशेष अनुमति दी जाए।

इस नए नियम में बदलाव की संभावना से खिलाड़ियों के दिल में आशा की किरण बनी हुई है। यह एक नई दिशा हो सकती है जो खिलाड़ियों के और उनके परिवार के बीच गहरी जुड़ाव को मजबूत कर सकती है।

इस विकल्प के प्रस्तावना से खिलाड़ियों को अपने परिवार के साथ बीताए गए समय का आनंद उठाने का मौका मिल सकता है, जिससे उनका मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी सुधर सकता है।

भविष्यवाणी की भूमिका

भारतीय क्रिकेट में भविष्यवाणी की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। विराट कोहली जैसे कप्तान की भविष्यवाणी और अनुमान समय-समय पर मीडिया और देशवासियों के ध्यान को आकर्षित करती है। उनके द्वारा दिए गए भविष्यवाणी खेल के परिणाम के लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका निभाते हैं।

इससे नहीं केवल खिलाड़ियों के मानसिक स्थिति में सुधार होता है, बल्कि उनके परिवार के साथ समय बिताने से उनकी जीवन-शैली में भी सकारात्मक परिवर्तन आ सकता है। यह एक संतुलित जीवनशैली और खेल के बीच संतुलन बनाए रखने में मदद कर सकता है।

उत्तरदायित्व और संतुलन

खिलाड़ियों का उत्तरदायित्व और संतुलन खेल में महत्वपूर्ण है। उन्हें अपने परिवार के साथ समय बिताने की सुविधा मिलने से उनकी मानसिक स्थिति में सुधार हो सकता है। वे अपने खेल को अधिक संजीवनी भावना से खेल सकते हैं और अपने परिवार के साथ समय बिताने का आनंद ले सकते हैं।

इससे न केवल खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य सुधरता है, बल्कि उनके परिवार के साथ अच्छे संबंध भी बने रहते हैं। खेल के माध्यम से जीवन की यात्रा पर उनका संघर्ष भी उनके प्रेरणास्त्रोत बन सकता है।

समाप्ति

इस प्रक्रिया में बीसीसीआई के नियमों में संशोधन का पुनर्विचार किया जा रहा है और यह एक बड़ा कदम हो सकता है खिलाड़ियों और उनके परिवार के बीच एक समझौते की दिशा में। इससे खिलाड़ियों का मानसिक, शारीरिक और आत्मिक विकास हो सकता है और उन्हें खेल में और अधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने में मदद मिल सकती है।

इस नए नियम के माध्यम से उन्हें परिवार के साथ गुजारे गए समय का आनंद उठाने का मौका मिल सकता है, जो उनके खेल में नए जोश और ऊर्जा का स्रोत बन सकता है।